उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित सीताबनी वन्यजीव अभ्यारण्य जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के एक खास हिस्से के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसे अक्सर मुख्य क्षेत्रों से अलग माना जाता है। यह क्षेत्र अपनी शांत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है और जिम कॉर्बेट के अन्य हिस्सों की तुलना में कम भीड़भाड़ वाला है, जिससे यह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है।
सीताबनी अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहां आपको विभिन्न प्रकार के वन्यजीव जैसे तेंदुए, हिरण, जंगली सूअर और कई प्रकार के पक्षी देखने को मिलते हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए यह जगह एक स्वर्ग है क्योंकि यहां 600 से अधिक प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। यहां की पक्षी गतिविधियों को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो सकते हैं।
सीताबनी के जंगल में स्थित सीता मंदिर इस स्थान की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता को और बढ़ाता है। यह मंदिर महाभारत काल से जुड़ा माना जाता है और इसकी पौराणिक कथाएं इसे एक धार्मिक पर्यटन स्थल भी बनाती हैं। यहां हर साल श्रद्धालु आते हैं और जंगल के बीच स्थित इस मंदिर की अद्भुत शांति का अनुभव करते हैं।
सीताबनी क्षेत्र में हाइकिंग और ट्रेकिंग के लिए भी कई आकर्षक मार्ग हैं, जो आपको जंगल की गहराइयों तक ले जाते हैं। यहां आप प्रकृति की गोद में चलते हुए विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीव-जंतुओं का अवलोकन कर सकते हैं। यह अनुभव आपको प्रकृति के साथ एक अटूट संबंध का अहसास कराता है।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का सीताबनी क्षेत्र उन लोगों के लिए आदर्श है जो भीड़भाड़ से दूर शांतिपूर्ण वातावरण में वन्यजीवन का आनंद लेना चाहते हैं। यहां की खुली सफारी के माध्यम से आप अपनी खुद की गाड़ी में जंगल की सैर कर सकते हैं, जो आपको अन्य क्षेत्रों से थोड़ा अलग अनुभव प्रदान करती है।
सीताबनी में रुकने के लिए आप पास के कई रिसॉर्ट्स और होटल्स में ठहर सकते हैं। यहां के रिसॉर्ट्स आपको प्राकृतिक वातावरण में ठहरने का एक बेहतरीन मौका देते हैं। यह स्थान जिम कॉर्बेट का एक छिपा हुआ रत्न है, जहां आप शांति और सुकून के पल बिता सकते हैं।
कैसे पहुंचे: सीताबनी वन्यजीव अभ्यारण्य रामनगर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए निजी वाहन या टैक्सी का उपयोग किया जा सकता है।
अगर आप भीड़ से बचकर एक शांतिपूर्ण और प्राकृतिक अनुभव की तलाश में हैं, तो सीताबनी वन्यजीव अभ्यारण्य एक आदर्श स्थल है। यहां की वन्यजीवों की विविधता, पक्षियों की प्रजातियां, और पौराणिक स्थल इस जगह को खास बनाते हैं।